Description
आशुतोष गौतम द्वारा रचित यह “मैथिल रसार्णव” नामक ग्रंथ श्री सीता राम जी के विवाहोत्सव पर पद्यात्मक शैली से लिखा गया है , जिसमें अनेक पदों और छंदों के माध्यम से रचनाकार ने मैथिलोत्सव का अमृत वर्षण किया है । ग्रंथ का प्रतिपाद्य विषय ही इसको लालित्यमय एवं सरस बनाता है ,जो सांगोपांग रससिद्ध और रसस्निग्ध है । यह अद्भुत ग्रंथ सर्वतोभावेन गुरुकृपा का प्रसाद है अतः इसके उत्तरार्ध में ग्रंथकार ने अपने गुरुदेव का चरित्रगान एवं उनका स्तवन किया है। आप सभी भक्त इस दिव्य ग्रंथ को अपना स्नेह एवं आशीर्वाद प्रदान करेंगे ऐसी अभिलाषा है ।
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