Description
“पैरेंट्स के लिए एक पुराण” कोई नियमों की किताब नहीं है — यह एक आईना है, और एक आंदोलन। इस किताब में भावनाओं से भरी सच्ची कहानियों और आत्मिक समझ के माध्यम से आपको खुद से, अपने बचपन से, और अपने बच्चे से गहराई से जुड़ने का निमंत्रण दिया गया है। चाहे आप एक माता-पिता हों, कोई साधक हों, या अपने बचपन की अनकही यादों से गुजर रहे हों — इन पन्नों में वह शक्ति है जो पीढ़ियों से चले आ रहे भावनात्मक पैटर्न्स को बदल सकती है, रिश्तों में सच्चा जुड़ाव ला सकती है, और ऐसे बच्चों को बड़ा कर सकती है जो खुद को सुरक्षित, समझा हुआ और बिना शर्त प्यार किया हुआ महसूस करें। यह पुस्तक काशी विश्वनाथ मंदिर की पवित्र शांति में लिखी गई है। यह सिर्फ एक किताब नहीं — बल्कि एक दिव्य संकेत है कि “हीलिंग भी एक पैरेंटिंग का रूप है।”
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